गरीब रहो ,चुपके जमीन बेचो , नशा करो , परिवार का शोषण करो अभियान।


  
                                                         
हिमाचल प्रदेश में सरकार ने हिमाचली किसानो की शामलात भूमि  भूमिहीनों को  और हिमाचली किसानो  की भूमि में जोत करने वाले  बटाइ मजदूर ( मुजारों ) को  जमीन दिलवाई , उन्हें मालिक बनाया। अनेक साधन  संपन्न नशेड़ी किसान / परिवार को छोड़ दूसरे  स्थान में बसे  भूस्वामियों ने  और गरीबों ने अपनी हिमाचली भूमि को चुपके चुपके बेचने का अभियान चलाया हुआ है।  इससे प्रभावित परिवार गरीब हो रहे है। 

ओना-पोना पैसा पारिवारिक लड़ाई, मुकदद्मे , और शोषण को जन्म  दे रहा है। 

अतः सरकार से अनुरोध है कि सरकार द्वारा भूमिहीन और मुजारों को एलाट भूमि को कभी बेचीं न जा सके।  उनके घरों पर BPL की तरह सरकारी भूमि एलाट  बोर्ड लगे। इसके इलावा जो भी हिमाचली पैतृक भूमि बेचना चाहे उसे पत्नी /पति बच्चों से अनापत्ति प्रमाण पत्र ( यदि १८ वर्ष से ऊपर ) लिया जाए। नाबालिक का शेयर न बेचा जाए। 
                                       
  धन्यवाद 
                                                        संतोष कुमार भारद्वाज 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Hans chugega dana dunka koa moti khayega,Esa kalyug ayega.

देश को दी गई विदेशी शिक्षा का असर।

कुलिष्ट देवी- देवता परंपरा का क्षरण