दैवी या आसुरी कृत्य भारत की एक खोज
भारवासियों ने देखा कि २०१४ -२०१८ ,-२०१८ -२०२० में देशवासियों को आधार कार्ड , जनधन अकाउंट , किसान सम्मान योजना अकाउंट , वृद्धावस्था पेंशन योजना अकाउंट , किसान सम्मान योजना अकाउंट , मुफ्त एलपीजी सिलिंडर योजना , शौचालय योजना अदि के लिए सरकार ने खूब प्रचार किया ,बैंक अधिकारियों को घर -गांव शहर भेजा , डाकघरों को बैंक बना दिया , स्कूल- कॉलेज ,यूनिवर्सिटीज में प्रचार , ऑनलाइन पेमेंट के लिए भीम , पेटम ,फ़ोन पे , बैंकों की एप बनवाई।
दैवी -आसुरी कृत्य वाले अपने एजेंडे में सक्रिय हो गए।
दैवी विचार वालों ने उपरोक्त योजनाओं की खूब अच्छी बातें बताई ,प्रचार किया ,लोगों की सहायता की , बैंकों में खाते खुलवाए ,योजनाओं का फॉर्म भरा ,अकाउंट खुलवाया , शिक्षित किया और उपलब्ध रहे। उसका परिणाम हुआ की करोड़ों लोग बैंकों , डाकघरों से जुड़े। उनको नोट- बंदी , योजनाओं-ऋण अदि में तथा लोक-डाऊन करोना काल में पेंशन ,जनधन ,गरीब योजना , मुफ्त राशन के लिए केंद्र / राज्य सरकारों से सहायता मिल रही है।
आसुरी कृत्य वाले लोग भी सक्रिय हुए उन्होंने इन योजनाओं पर भ्रम फैलाया लोगों को गुमराह किया। लोगों के बैंक खाते नहीं खोले , पेंशन फॉर्म नहीं ,आधार कार्ड नहीं , और वो लोग ऐसे लोगों और फ्रॉड चैनल्स / विदेशी चैनेल्स के संपर्क में रहते है जो झूठी ख़बरें देते हैं , जनता को सरकारी योजनाओं के दुष्प्रचार के प्रति भडकाते हैं। ये आसुरी कृत्य वाले लोग देश विरोधी एजेंडा चलाते हैं. कोरोना वारियर्स ,साधु -संतों पर हमले करवाते हैं।
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