जनसँख्या दबाव / अविवाहितों को सम्मान


भारत में जनसँख्या दबाव के कारण ,संपत्ति विभाजन  बंटवारे में बहुत कमी हो जाती है।  जनसँख्या दबाव पंचायत से लेकर संसद तक वोट बैंक का काम करता है। एक से अधिक शादी और  अधिक   बच्चे पैदा करना देशहित  में नहीं है। वोट के लिए ,सरकारी सुविधा के लिए ,गरीबी उन्मूलन के लिए अनुदान का फायदा अधिक जनसँख्या फैलाने वालों को ही मिलता है। 


सरकारों को चाहिए कि अविवाहित नागरिकों तथा  बिना बच्चों के दम्पत्तियों को एक उम्र के उपरांत  मासिक सम्मान राशि स्वीकृत की जानी चाहिए। साथ ही दो से अधिक शादी तथा बच्चों पैदा करने वालों को सरकारी नौकरी , अनुदान बंद करने का कड़क फैसला लेना चाहिए।  पत्नी तथा बच्चों को पिता ,पति की पैतृक संपत्ति का जन्म या शादी के १ वर्ष के भीतर वारिस बनाया जाये जिससे उनके हिस्से की पैतृक संपत्ति को बेचा न जा सके। 

                                                                    धन्यवाद 
                                                                                              संतोष कुमार भारद्वाज 
                                                            
                              

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