आश्रम /मंदिर जाना जरुरी क्यों ?
मनुष्य जो सोचता है , जिसकी संगती करता है ,जिसके दर्शन करता है, जिसकी बातें सुनता है , वह उसकी तरह ही बनता रहता है , उसीके गुणों /अवगुणो का समावेश होता रहता है।--- भगवान श्री कृष्ण
इसी प्रकार यदि कोई स्त्री /पुरुष मंदिर जाये तो हिन्दू मंदिर में गुरु/ देव/ देवी के मूर्त /स्थान के दर्शन होंगे जो अवश्य ही वीर ,गंभीर , शक्तिवान , तेजस्वी , आकर्षक ,ऊर्जावान चरित्र के स्वामी/स्वामिनी होंगे। उसका सीधा असर पड़ेगा। यदि कोई इसका प्रयोग करे तो प्रमाण मिलेगा।
जय हिन्द , वन्दे मातरम।
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